मेरी खामोशियों में भी

मेरी खामोशियों में भी कोई फसाना ढुंढ लेती है,
बड़ी शातिर है ये दुनिया...
सताने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ लेती है l

-Advertisement-
-Advertisement-