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हिंदी शायरी
इश्क़ ही ख़ुदा
जो मिला मुसाफ़िर वो रास्ते बदल डाले,
दो क़दम पे थी मंज़िल फ़ासले बदल डाले।
आसमाँ को छूने की कूवतें जो रखता था,
आज है वो बिखरा सा हौंसले बदल डाले।
शान से मैं चलता था कोई शाह कि तरह,
आ गया हूँ दर दर पे क़ाफ़िले बदल डाले।
फूल बनके वो हमको दे गया चुभन इतनी,
काँटों से है दोस्ती अब आसरे बदल डाले।
इश्क़ ही ख़ुदा है सुन के थी आरज़ू आई,
ख़ूब तुम ख़ुदा निकले वाक़िये बदल डाले।
दोस्त बिछड़ गए
न जाने क्यूँ हमें आँसू बहाना नहीं आता,
न जाने क्यूँ हाले दिल बताना नहीं आता,
क्यूँ सब दोस्त बिछड़ गए हमसे,
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता।
Dil Chahta Hai
Aapse Roj Milne Ko Dil Chahta Hai,
Kuchh SunNe Sunaane Ko Dil Chahta Hai,
Tha Aapke Manaane Ka Andaz Aisa,
Ki Fir Roothh Jaane Ko Dil Chahta Hai.
आपसे रोज़ मिलने को दिल चाहता है,
कुछ सुनने सुनाने को दिल चाहता है,
था आपके मनाने का अंदाज़ ऐसा,
कि फिर रूठ जाने को दिल चाहता है।
मोहब्बत खुद
मोहब्बत खुद बताती है,
कहाँ किसका ठिकाना है,
किसे ऑखों में रखना है,
किसे दिल मे बसाना है।
दिल की हक़ीक़त
ना पूछ दिल की हक़ीक़त मगर ये कहता है,
कि वो बेक़रार रहे जिसने बेक़रार किया।
इश्क है वही जो
इश्क है वही जो हो एक तरफा,
इजहार-ए-इश्क तो ख्वाहिश बन जाती है,
है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ,
जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है।
Uski Aankhon Mein Intezaar
Udaas Aankhon Mein Apne Qaraar Dekha Hai,
Pahli Baar Usey Be-Qaraar Dekha Hai,
Jise Khabar Na Hoti Thi Mere Aane Jaane Ki,
Uski Aankhon Mein Ab Intezaar Dekha Hai.
उदास आँखों में अपने करार देखा है,
पहली बार उसे बेक़रार देखा है,
जिसे खबर ना होती थी मेरे आने जाने की,
उसकी आँखों में अब इंतज़ार देखा है।
महबूब ही तो बदला है
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा,
दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है।