Mir Taqi Mir Shayari

Naazuki Uske Lab Ki

Naazuki Uske Lab Ki Shayari

नाज़ुकी उसके लब की क्या कहिए,
पंखुड़ी इक गुलाब की सी है।

Naazuki Uske Lab Ki Kya Kahiye,
Pankhudi Ik Gulaab Ki See Hai.

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बेदिल ना समझें

वो दिल लेकर हमें बेदिल ना समझें उनसे कह देना,
जो हैं मारे हुए नज़रों के उनकी हर नज़र दिल है।

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