Doctor Ki Shayari

एक व्यापम घोटाले से बने डाक्टर ने खुद के बारे मे कहा...

हमारी शख्शियत का अंदाज़ा तुम क्या लगाओगे ग़ालिब,
जब गुज़रते है क़ब्रिस्तान से
तो मुर्दे भी उठ के पूछ लेते हैं...
कि डाॅक्टर साहब...
अब तो बता दो मुझे तकलीफ क्या थी?

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