Tanhaai Ka Ehsaas

कुछ ये शाम उदास है कुछ मेरा दिल उदास है,
ये शहर तो रोशन है महफ़िलों की रौशनी में,
फिर क्यूँ मुझे तन्हाई का एहसास है,
वो दूर थे तो मेरे बहुत करीब थे,
क्यूँ दूरियाँ महसूस हुईं आज जब वो मेरे पास है।

Tanhaai Ka Ehsaas Shayari

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