चिट्ठी आई है आई है

ऊपर IBPS नाम लिखा हैं, अंदर ये पैगाम लिखा हैं,
ओ SSC को जाने वाले, लौट के फिर ना आने वाले,
प्रीलिम को पार गया तू, कितने तुक्के मार गया तू,
ब्लड रिलेशन्स तोड़ गया तू, साइलो, कोडिंग छोड़ गया तू,
कम खाते हैं कम सोते हैं, बहुत ज़्यादा हम रोते हैं,
चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है...

सूनी हो गईं बैंकर्स अड्डा की गलियाँ, कांटे बन गईं इंतजार की घड़ियाँ,
कहते हैं जीके के कैप्सूले , भूल गया तू हम नहीं भूले,
तेरे बिन जब आई SIDBI, फॉर्म नहीं दिल जले हैं खाली,
तेरे बिन जब आई LIC, एलीजिबिलिटी से छूटी गोली,
चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है...

महिन्द्रास सूना करियर पॉवर सूना घर शमशान का बना नमूना,
फ़सल कटी आई बैसाखी, तेरा आना रह गया बाकी,
पहले जब मैं मॉक लिखता था मैन्स में चेहरा दिखता था,
बंद हुआ ये मेल भी अब तो, खतम हुआ ये खेल भी अब तो,
बैंक में जब बैठी बहना, रस्ता देख रहे थे नैना,
चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है...

मैं तो जनरल वाला हूँ मेरा क्या है, मेरी माँ का हाल बुरा है,
मेरी इंग्लिश करती है सेवा, मार्क्स से लगती हैं बेवा,
तूने इंतजार बहुत कराया, नये रूल्स ने पसीना छुड़ाया,
कोचिंग का पिंजरा तोड़ के आजा, बैंक का सपना छोड़ के आजा,
आजा उमर बहुत है छोटी, बीपीओ, कॉल सेंटर में भी हैं रोटी.

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