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शायरी दिल को ग़म दे गया

था कोई जो मेरे दिल को ग़म दे गया,
ज़िन्दगी भर न रोने की कसम दे गया,
लाखों में से एक फूल चुना था हमने,
जो काँटों से भी ज्यादा गहरा ज़ख्म दे गया।

Tha Koi Jo Mere Dil Ko Gham De Gaya,
Zindagi Bhar Na Rone Ki Kasam De Gaya,
Lakhon Mein Se Ek Phool Chuna Tha Humne,
Jo Kaanton Se Bhi Gehra Zakhm De Gaya.

Pyar Bhara Dil

Janam-Janam Jo Saath Nibhaaye,
Tum Aisa Bandhan Ban Jaao,
Main Ban Jaaun Pyar Bhara Dil,
Tum Dil Ki Dhadkan Ban Jaao.

जन्म जन्म जो साथ निभाए,
तुम ऐसा बंधन बंध जाओ,
मैं बन जाऊं प्यार भरा दिल,
तुम दिल की धड़कन बन जाओ।
- मुकेश फगेरिआ

Pyar Bhara Dil शायरी

Muqammal To Hone Do

इश्क़ में खुद को गिरफ्तार तो होने दो,
अपने जिस्म पे मेरा इख्तियार तो होने दो,
मोहब्बत यूँ ना ठुकराओं मेरी ये नाइंसाफी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

मेरे प्यार को जरा तैयार तो होने दो,
मेरी हदों को जरा सा पार तो होने दो,
अब तलक तुमने मेरी हद कहाँ नापी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

ठीक से अभी आँखों को चार तो होने दो,
मेरे इश्क़ का जुनून खुद पे सवार तो होने दो,
दिल की गहराइयों में अब तलक तू कहाँ झाँकी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

तुमहारी पलकों को मेरा इंतज़ार तो होने दो,
भीतर से हाँ बाहर से इंकार तो होने दो,
मेरी तन्हाइयों ने बस तेरी ही राह ताकी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

अपना दिल मेरी ओर फ़रार तो होने दो,
ज़माने की नज़रों में मुझे गुनहगार तो होने दो,
इश्क़ करना ग़र है गुनाह तो माफ़ी है,
मुकम्मल तो होने दो, अभी बाकी है।

- मुकेश अग्रवाल

ज़िंदादिली है जिन्दगी

ज़िंदादिली होती है जिन्दगी,
इश्क मे घुली होती है जिन्दगी,
तुमसे मिलने कि चाहत रखती है जिन्दगी,
लेकिन तक़दीर नही मिलने देती है जिन्दगी.