- Home
- Sad Shayari
- हाथ मेरे भूल बैठे
हाथ मेरे भूल बैठे
परवीन शाकिरहाथ मेरे भूल बैठे दस्तकें देने का फ़न,
बंद मुझ पर जब से उस के घर का दरवाज़ा हुआ।
-Advertisement-
-Advertisement-
परवीन शाकिरहाथ मेरे भूल बैठे दस्तकें देने का फ़न,
बंद मुझ पर जब से उस के घर का दरवाज़ा हुआ।