Deepak Dubey Shayari

बिछड़ कर फिर मिले

बिछड़ कर फिर मिले जो हाल पूछेंगे,
मिरे बिन कैसे गुज़रे साल पूछेंगे।

नहीं मुझ सा कोई आशिक़ ज़माने में,
मुझे मालूम है फ़िलहाल पूछेंगे।

अदालत में है ये पेशा वकीलों का,
सवालों से ही हाल-ओ-चाल पूछेंगे।

यही रस्ता अगर संसद भवन का है,
चलाएं कब- तलक हड़ताल पूछेंगे।

-Advertisement-

बेवफ़ा न कह उसको

बेवफ़ा न कह उसको Shayari

वो खुश है बिछड़ कर मुझसे,
ऐ दुनिया बेवफ़ा न कह उसको।

Wo Khush Hai Bichhad Kar Mujhse,
Ai Duniya Bewafa Na Keh Usko.

-Advertisement-