बहारो फूल बरसाओ

बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है,
हवाओं रागिनी गाओ मेरा महबूब आया है।

ओ लाली फूल की मेंहँदी लगा इन गोरे हाथों में,
उतर आ ऐ घटा काजल, लगा इन प्यारी आँखों में,
सितारों माँग भर जाओ मेरा महबूब आया है।

नज़ारों हर तरफ़ अब तान दो इक नूर की चादर,
बडा शर्मीला दिलबर है, चला जाये न शरमा कर,
ज़रा तुम दिल को बहलाओ मेरा महबूब आया है।

सजाई है जवाँ कलियों ने अब ये सेज उल्फ़त की,
इन्हें मालूम था आएगी इक दिन ऋतु मुहब्बत की,
फ़िज़ाओं रंग बिखराओ मेरा महबूब आया है।

फिल्म - सूरज

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