कशिश तो बहुत है

कशिश तो बहुत है मेरे प्यार में,
लेकिन वो पत्थर दिल पिघलता नहीं,
अगर मिले खुदा तो माँगूंगी उसको,
मगर ख़ुदा मरने से पहले मिलता नहीं।

कशिश तो बहुत है Shayari

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