Wo Kaise Samet Paayegi

वो कैसे समेट पायेगी खुद को,
ज़र्रे-ज़र्रे से मेरे जब निकाली जाएगी।

Wo Kaise Samet Paayegi Khud Ko,
Zarre-Zarre Se Mere Jab Nikaali Jayegi.

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