कलयुग के सुविचार

कलयुग के सुविचार
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रोज भगवान को याद करते हो पर कभी सोचा है कि किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो..??
लेने के देने पड जायेंगे
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काम ऐसे करो कि लोग आपको
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किसी दूसरे काम के लिए बोलें ही नहीं
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आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है जिसके पंडाल में गर्म पोहा-जलेबी और अदरक वाली चाय मिले। वरना ज्ञान तो अब वॉट्सएप पर भी बंटता है।
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जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी, कारोबार और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो, वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है!
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आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है, जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें!
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दुनिया में हर चीज मिल जाती है.. सिर्फ अपनी गलती नहीं मिलती
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आसमान को छूने के लिऐ रॉकेट को भी बोतल कि जरूरत पडती है।
तो फिर इंसान क्या चीज है।
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आप कितने ही अच्छे काम कर लें, लेकिन लोग उसे ही याद करते हैं, जो उधार लेकर मरा हो।
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यदि पेड़ों से wi-fi के सिगनल मिलते.. तो हम खूब पेड़ लगाते। अफसोस कि वे हमे आक्सीजन देते है
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आजकल माता-पिता को बस दो ही चिंताएं हैं। इंटरनेट पर उनका बेटा क्या डाउनलोड कर रहा है और बेटी क्या अपलोड कर रही है।
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हर एक इंसान हवा में उड़ता फिरता है, फिर भी ना जाने जमीन पर इतनी भीड़ क्यों है।
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जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला.. जल्दी वापस नहीं आते।
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जब आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से पाने की ख्वाहिश या कोशिश करते हैं तो वह चीज उसी शिद्दत से कुछ ज्यादा ही एटीट्यूड दिखाने लगती है।।

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