Tumhein Mangenge Khuda Se

सुनते हैं कि मिल जाती है हर चीज दुआ से,
इक रोज तुम्हें माँग के देखेंगे ख़ुदा से।

तुम सामने होते हो तो है कैफ की बारिश,
वो दिन भी थे जब आग बरसती थी घटा से।

ऐ दिल तू उन्हें देख के कुछ ऐसे तड़पना,
आ जाए हँसी उन को जो बैठे हैं खफ़ा से।

दुनिया भी मिली है गम-ए-दुनिया भी मिला है,
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था ख़ुदा से।

~राणा अकबराबादी

Tumhein Mangenge Khuda Se Shayari

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