( बिपिन गुप्ता द्वारा दिनाँक 16-05-2018 को प्रस्तुत )
इस तरह हम सुकून को महफूज़ कर लेते हैं,जब भी तन्हा होते हैं तुम्हें महसूस कर लेते हैं।