मोहब्बत कौन-सी मंजिल

खुदा जाने मोहब्बत कौन-सी
मंजिल को कहते हैं?
न जिसकी इब्तिदा ही है,
न जिसकी इंतिहा ही है।

Khuda Jaane Mohabbat Kaun Si
Manzil Ko Kehte Hain,
Na Iski Ibteda Hi Hai,
Na Iski Intehaa Hi Hai.

मोहब्बत कौन-सी मंजिल Shayari

-Advertisement-
-Advertisement-