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Ek Maa Ki Mohabbat
बस एक माँ की मोहब्ब्बत दिखाई देती है,
जमीं पे एक ही औरत दिखाई देती है,
ऐ बूढ़ी माँ तेरे चेहरे की झुर्रियों की कसम,
हर एक लकीर में जन्नत दिखाई देती है।
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बस एक माँ की मोहब्ब्बत दिखाई देती है,
जमीं पे एक ही औरत दिखाई देती है,
ऐ बूढ़ी माँ तेरे चेहरे की झुर्रियों की कसम,
हर एक लकीर में जन्नत दिखाई देती है।