कोई मरता नहीं जुदाई में

रब किसी को किसी पर फ़िदा न करे,
करे तो क़यामत तक जुदा न करे,
ये माना की कोई मरता नहीं जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में।

कोई मरता नहीं जुदाई में Shayari

-Advertisement-
-Advertisement-