दिल बेकरार किया उसने

कुछ इस तरह इश्क़ का इज़हार किया उसने,
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
अब तक सबने बाज़ी हारी इस दिल को रिझाने में,
कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने।
~एकांत नेगी

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