- Home
- Dard Shayari
- तेरे इश्क़ की अलामत है
तेरे इश्क़ की अलामत है
हमारी क़ब्र पर कभी चराग़ जला देना,
ज़िन्दगी में अंधेरा भी तुम्हारी ही रहमत है,
हर अश्क़ बयां करता है बेरुखी तेरी,
हर ज़ख्म-ए-दिल, तेरे इश्क़ की अलामत है।
~गुलाम अली बकई
-Advertisement-
-Advertisement-