मैं जिगर रखता हूँ

धूल हालात को
हर बार चटाई मैंने,
मैं मुक़द्दर तो नहीं रखता
जिगर रखता हूँ।

Dhool Haalaat Ko
Har Baar Chataai Maine,
Main Muqaddar To Nahi Rakhta
Zigar Rakhta Hoon.

मैं जिगर रखता हूँ Shayari

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