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शराब की तोहमत
साक़ी मुझे शराब की तोहमत नहीं पसंद,
मुझ को तेरी निगाह का इल्जाम चाहिए।
अब्दुल हमीद अदमSaaki Mujhe Sharaab Ki Tohmat Nahi Pasand,
Mujh Ko Teri Nigaah Ka ilzaam Chahiye.
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साक़ी मुझे शराब की तोहमत नहीं पसंद,
मुझ को तेरी निगाह का इल्जाम चाहिए।
अब्दुल हमीद अदमSaaki Mujhe Sharaab Ki Tohmat Nahi Pasand,
Mujh Ko Teri Nigaah Ka ilzaam Chahiye.