- Home
- Aansoo Shayari
- Page-3
आँसू शायरी
Kaajal Teri Aankhon Ka
हौंसला तुझमें न था मुझसे जुदा होने का,
वरना काजल तेरी आँखों का न यूँ फैला होता।
Haunsla Tujh Main Na Tha Mujh Se Juda Hone Ka,
Varna Kaajal Teri Aankhon Ka Na Yoon Phaila Hota.
Aansoo Girne Nahin Deta
इनको कभी आँख से गिरने नहीं देता,
उनको लगते हैं मेरी आँख में प्यारे आँसू।
Inko Kabhi Aankh Se Girne Nahin Deta,
Unko Lagte Hain Meri Aankh Mein Pyaare Aansoo.
Mere Aansuon Mein Dhalkar
हुए जिसपे मेहरबां तुम कोई खुशनसीब होगा,
मेरी हसरतें तो निकलीं मेरे आंसुओं में ढलकर।
Huye Jis Pe Meharabaan Tum Koi KhushNaseeb Hoga,
Meri Hasratein To Nikleen Mere Aansuon Mein Dhalkar.
थमे आँसू तो फिर
थमे आँसू तो फिर तुम शौक़ से घर को चले जाना,
कहाँ जाते हो इस तूफ़ान में पानी ज़रा ठहरे।
सदफ की क्या हकीकत
सदफ की क्या हकीकत है, अगर उसमें न हो गौहर,
न क्यों कर आबरू हो आंख की मौकूफ आंसू पर।
(सदफ - सीप, गौहर - मोती)
रो लेते है कभी
रो लेते हैं कभी कभी,
ताकि आंसुओं को भी कोई शिकायत ना रहे।
एक आँसू ने डुबोया
एक आँसू ने डुबोया मुझ को उन की बज़्म में
बूँद भर पानी से सारी आबरू पानी हुई।
हमारे आंसू पोंछ कर
हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
इसी अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।