- Home
- Dard Shayari
- Page-20
दर्द शायरी
Mohabbat Badati Jayegi
Hum Ne Kab Manga Hai Tum Se
Apni Wafaon Ka Sila,
Bas Dard Dete Raha Karo
Mohabbat Badati Jayegi !
हम ने कब माँगा है तुम से
अपनी वफ़ाओं का सिला,
बस दर्द देते रहा करो
मोहब्बत बढ़ती जाएगी ।
Uski Khwahish Na Ki
Log Jalte Rahe Meri Muskaan Par,
Maine Dard Ki Apne Numaish Na Ki,
Jab Jahan Jo Mila Apna Liya,
Jo Na Mila Uski Khwahish Na Ki !
लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर,
मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की
जब जहाँ जो मिला अपना लिया,
जो न मिला उसकी ख्वाहिश न की।
Dard Ko Bhi Chaha
Nafarat Karna To Humne Kabhi Sikha Hi Nahi,
Maine To Dard Ko Bhi Chaha Hai Apna Samajh Kar !
नफ़रत करना तो हमने कभी सिखा ही नहीं,
मैंने तो दर्द को भी चाहा है अपना समझ कर।
Ek Vaada Tha Tera
एक वादा था तेरा हर वादे के पीछे,
तू मिलेगी मुझे हर दरवाज़े के पीछे,
पर तू मुझे रुसवा कर गई,
एक तू ही न थी मेरे जनाजे के पीछे
इतने में लड़की की आवाज़ आई,
एक वादा था मेरा हर वादे के पीछे,
मैं मिलूंगी तुझे हर दरवाज़े के पीछे,
पर तुने ही मुड़ के न देखा,
एक और जनाज़ा था तेरे जनाज़े के पीछे...
Isi Khyal Se Guzari Hai
Isi Khyal Se Guzari Hai Shaam-e-Gham Aksar,
Ki Dard Had Se Jo Gujrega To Muskara Dunga!
इसी ख्याल से गुज़री है शाम-ए-ग़म अक्सर,
कि दर्द हद से जो गुज़रेगा तो मुस्कुरा दूंगा...!
Khushiyon Se Naaraj Hai
Khushiyon Se Naaraj Hai Meri Zindgi,
Bas Pyaar Ki Mohtaaz Hai Meri Zindgi,
Hans Leta Hoon Logo Ko Dikhane Ke Liye,
Waise To Dard Ki Kitaab Hai Meri Zindgi!
खुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िन्दगी,
बस प्यार की मोहताज़ है मेरी ज़िन्दगी,
हँस लेता हूँ लोगों को दिखाने के लिए,
वैसे तो दर्द की किताब है मेरी ज़िन्दगी।