हिंदी शायरी

बस कसूर इतना था

जीना चाहा तो जिंदगी से दूर थे हम,
मरना चाहा तो जीने को मजबूर थे हम,
सर झुका कर कबूल कर ली हर सजा,
बस कसूर इतना था कि बेकसूर थे हम।

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दिल को तसल्ली देने

रोज़ आता है मेरे दिल को तसल्ली देने,
ख्याल ए यार को मेरा खयाल कितना है।

Roj Aata Hai Mere Dil Ko Tasalli Dene,
Khayal-e-Yaar Ko Mera Khayal Kitna Hai.

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दूर का रिश्ता रखना

जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना,
बहुत तङपाते हैँ अक्सर सीने से लगाने वाले।

बेइंतहा चाहने की बेबसी

बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी, 
फिर भी बेइंतहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी।

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चाहत में रुसवा शायरी

तेरी चाहत में रुसवा यूं सरे बाज़ार हो गये,
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनाहगार हो गये।

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दिल पे असर शायरी

चुप हैं किसी सब्र से तो पत्थर न समझ हमें,
दिल पे असर हुआ है तेरी बात-बात का।

बेवफाई तेरे नाम से

कैसे यकीन करें हम तेरी मोहब्बत का,
जब बिकती है बेवफाई तेरे ही नाम से।

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सितारों आँखों में

सितारों को आँखों में महफूज रखना,
बड़ी देर तक रात ही रात होगी,
मुसाफिर हैं हम, मुसाफिर हो तुम भी,
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी।