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Dr. Kumar Vishwas Shayari
वो तेरा हो नहीं सकता
Jhonka Hoon Hawaaon Ka
मैं तो झोंका हूँ हवाओं का उड़ा ले जाऊंगा,
जागते रहना तुझे तुझसे चुरा ले जाऊंगा।
हो के कदमों पे निछावर फूल ने बुत से कहा,
ख़ाक में मिलकर भी मैं खुशबू बचा ले जाऊंगा।
कौन सी शय मुझको पहुँचाएगी तेरे शहर,
ये पता तो तब चलेगा जब पता ले जाऊंगा।
कोशिशें मुझको मिटाने की भले हो कामयाब,
मिटते मिटते भी मैं मिटने का मजा ले जाऊंगा।
डॉ. कुमार विश्वासशोहरतें जिनकी वजह से दोस्त दुश्मन हो गए,
सब यहीं रह जाएँगी मैं साथ क्या ले जाऊंगा।
किसी के दिल की मायूसी
किसी के दिल की मायूसी जहाँ से हो के गुजरी है,
हमारी सारी चालाकी वही पे खो के गुजरी है,
तुम्हारी और हमारी रात में बस फर्क इतना हैं,
तुम्हारी सो के गुजरी है, हमारी रो के गुजरी है।
डॉ. कुमार विश्वासKisi Ke Dil Ki Mayoosi Jahaan Se Ho Ke Gujri Hai,
Humari Saari Chalaki Wahi Pe Kho Ke Gujri Hai,
Tumhari Aur Humari Raat Mein Bas Fark Itna Hain,
Tumari So Ke Gujri Hai, Humari Ro Ke Gujri Hai.