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तेरे कूंचे पे आकर भी

तेरे कूंचे पे आकर भी नहीं अब दिल बहलता है,
यहाँ भी है धुआँ फैला, वहाँ भी कोई जलता है।

परेशां इस ज़माने में न पूछो कौन है कितना,
कभी गिरता, कभी उठता, कभी इन्सां संभलता है।

मोहब्बत आशिक़ी प्यारे लगी कब की न कुछ पूछो,
इनायत उसकी है जिस पर उसे यह दिल से मिलता है।

कोई काग़ज बना कोरा न रंग पाया अधर अपने,
न उसने पोखरे देखे जहाँ पंकज भी खिलता है।

सामने की जगी चाहत पसारो अपनी बाहें फिर,
तुम्हे यह याद तो होगा ये दिल क्यूँ कर मचलता है।

सभी आशिक़ समन्दर के, कोई अंदर, कोई बाहर,
किसे न है कब कैसे इसे सागर समझता है।
~ विजय नाथ झा

Unki Najar Mein Fark

उनकी नजर में कोई फर्क आज भी नहीं,
पहले मुड़कर देखते थे अब देखकर मुड़ जाते हैं।⁠⁠⁠⁠

Unki Najar Mein Koi Fark Aaj Bhi Nahin,
Pehle Mudkar Dekhte The Ab Dekhkar Mud Jaate Hain.⁠⁠⁠⁠

Kafan Sila Rakha Hai

उसकी यादों ने मुझे पागल बना रखा है,
कहीं मर ना जाऊं कफ़न सिला रखा है,
मेरा दिल निकाल लेना दफ़नाने से पहले,
वो ना दब जाए जिसे दिल मे बसा रखा है।

Uski Yaadon Ne Mujhe Paagal Bana Rakha Hai,
Kahin Mar Na Jaoon Kafan Sila Rakha Hai,
Mera Dil Nikaal Lena Dafnaane Se Pehle,
Wo Na Dab Jaye Jise Dil Mein Basa Rakha Hai.

Har Subah Aapko Sataana

हर सुबह आपको सताना प्यारा लगता है,
आप को नींद से जगाना अच्छा लगता है,
जब भी आपकी शिद्दत से याद आती है तो,
आपको भी अपनी याद दिलाना अच्छा लगता है।

Har Subah Aapko Sataana Pyara Lagta Hai,
Aap Ko Neend Se Jagaana Achchha Lagta Hai,
Jab Bhi Aapki Shiddat Se Yaad Aati Hai To,
Aapko Bhi Apni Yaad Dilaana Achchha Lagta Hai.
Good Morning Friend...

हर साँस में उनकी

हर साँस में उनकी याद होती है,
मेरी आंखों को उनकी तलाश होती है,
कितनी खूबसूरत है चीज ये मोहब्बत,
कि दिल धड़कने में भी उनकी आवाज होती है।