दोस्ती शायरी

Dost Hi Dost Ko

Dost Hi Dost Ko Pahchaan Diya Karte Hain,
Dost Hi Dost Ko Muskan Diya Karte Hain,
Jab Jaroorat Padti Hai Dosti Ke Khatir,
To Dost Hi Dost Ko Jaan Diya Karte Hai.

दोस्त ही दोस्त को पहचान दिया करते हैं,
दोस्त ही दोस्त को मुस्कान दिया करते हैं,
जब जरूरत पड़ती है दोस्ती की खातिर,
तो दोस्त ही दोस्त को जान दिया करते हैं।

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दोस्ती प्यार का नाम

दोस्ती वो नहीं होती, जो जान देती है
दोस्ती वो नही होती जो मुस्कान देती है
दोस्ती तो वो होती है
जो दोस्ती को प्यार का नाम देती हैं.

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यार ना बदले

वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त,
मजा तो तब है..
जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले।

तू दूर है मुझसे

तू दूर है मुझसे और पास भी है,
तेरी कमी का एहसास भी है,
दोस्त तो हमारे लाखो है इस जहाँ में,
पर तू प्यारा भी है और खास भी है।

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सच्ची है मेरी दोस्ती

सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देखलो,
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आके देखलो,
बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,
जितनी बार दिल करे आग लगा कर देखलो।

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Dosti Ka Khitaab

Dost Aapki Dosti Ka Kya Khitaab Dein,
Karte Hain Itna Pyar Ki Kya Hisaab Dein,
Agar Aapse Bhi Achha Phool Hota To La Dete,
Lekin Jo Khud Guldasta Ho Use Kya Gulaab Dein.

दोस्त आपकी दोस्ती का क्या खिताब दे,
करते है इतना प्यार की क्या हिसाब दे।
अगर आपसे भी अच्छा फूल होता तो ला देते,
लेकिन जो खुद गुलदस्ता हो उसे क्या गुलाब दे।

दोस्ती अपने जैसी

दोस्ती अच्छी हो तो रंग़ लाती है
दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है
दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है
पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो
तो इतिहास बनाती है।

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Anmol Logon Se Dosti

Anmol Logon Se Dosti Shayari

Khush Hoon Aur Sabko Khush Rakhta Hoon,
Laparwah Hoon Fir Bhi Sabki Parwah Karta Hun,
Maloom Hai Koi Mol Nahi Hai Mera,
Fir Bhi...
Kuchh Anmol Logon Se Dosti Rakhta Hoon.

खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह
करता हूँ..
मालूम है कोई मोल नहीं मेरा,
फिर भी,
कुछ अनमोल लोगों से
दोस्ती रखता हूँ।