- Home
- Tanhaai Shayari
- तन्हाईयाँ भी अब तनहा सी
तन्हाईयाँ भी अब तनहा सी
तन्हाईयाँ भी अब तनहा सी रहने लगी हैं,
बात इतनी सी है कि तू नहीं पास उनके,
वो मान भी जाती मगर कुछ मजबूरियां थी,
साथ अपने लेकर तू जो गयी अहसास उनके।
~एकांत नेगी
-Advertisement-
-Advertisement-