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बेवफा शायरी
Bewafa Tujhe Bhulaaya Nahin
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझ को भुलाया नहीं अभी।
Tera Khyaal Dil Se Mitaaya Nahin Abhi,
Bewafa Maine Tujh Ko Bhulaaya Nahin Abhi.
Mohabbat Ki Intehaan Kar Do
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तेहाँ कर दो,
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो,
मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर इतना,
कि अपनी वफाओं से उसको बेवफा कर दो।
Kisi Ki Khaatir Mohabbat Ki Intehaan Kar Do,
Lekin Itna Bhi Nahin Ki Usko Khuda Kar Do,
Mat Chaaho Kisi Ko Toot Kar Is Kadar Itna,
Ki Apni Wafaaon Se Usko Bewafa Kar Do.
बेवफाई उसकी दिल से
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,
ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ,
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।
महबूब ही तो बदला है
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा,
दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है।
वो बेवफ़ाई करके
कैसे मिलेंगे हमें चाहने वाले बताइये,
दुनिया खड़ी है राह में दीवार की तरह,
वो बेवफ़ाई करके भी शर्मिंदा ना हुए,
सजाएं मिली हमें गुनहगार की तरह।
बदले उनके तेवर
तस्वीर में भी बदले हुए हैं उनके तेवर,
आँखों में मुरब्बत का कहीं नाम नहीं है।
समेट कर ले जाओ
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।
जो जले थे हमारे
जो जले थे हमारे लिऐ,
बुझ रहे हैं वो सारे दिये,
कुछ अंधेरो ने की थी साजिशें,
कुछ उजालों ने धोखे दिये.