Search Results for : कोमल

सवाल बहुत थे

सवाल बहुत थे
जवाब कुछ भी नहीं था,
सफर पुराना था मगर
अंजाम कुछ भी नहीं था,

कदम बेतरतीब चले जा रहे थे
हिसाब कुछ भी नहीं था,
पिघल रहे थे हौसले मेरे बर्फ की मानिंद
बेहिसाब कुछ भी नहीं था,

वो मिले राह में चलते-चलते
तब थकान कुछ भी नहीं थी,
ठहरकर मुझे इश्क़ की गली में
पर मकाम कुछ भी नहीं था,

पल-ए-सुकून मिला ज़रूर
जवाब कुछ भी नहीं था,
लाजवाब था उनका मिलना
पर उनकी नज़रो में
मेरा प्यार कुछ भी नहीं था।

Tumse Hai Mohabbat

कोई खुशनुमां सा मौसम हो तुम,
दिल के पतझड़ का सावन हो तुम।

रहते हो यूँ ही मेरे दिल के आस पास,
दिल में दिल की खुशी का कारण हो तुम।

महक तुम्हारी बिखरी है हवाओं में,
मुझे भी महका कर बहका रहे हो तुम।

फूल सा कोमल है मेरा दिल-ए-नादान,
दिल की सरहद के निगहबान हो तुम।

अक्स तुम्हारा समाया है मुझमे इस कदर,
आईना भी देखती हूँ तो नज़र आते हो तुम।

ना जाने कौनसा रिश्ता है तेरे मेरे बीच,
मुझे पूरा करके मुझमे हम हो गए हो तुम।

रात सी फैली हैं खामोशियाँ मेरे दिल पर,
मेरी हर तन्हाई की महफ़िल हो तुम।

तुमसे ही बना है मेरी मोहब्बत का वजूद,
जो भूल कर भी न भूली जाए वो दास्ताँ हो तुम।

~अर्पणा

मैसेज करने से

जो महापुरुष...
मैसेज नहीं कर रहे हैं
.
उन्हे मैं बता दूँ कि
.
दिन में दो या तीन मैसेज करने से
.
.
.
त्वचा कोमल रहती है
और
चेहरे पर निखार आता है।

बहुत ही सुंदर पंक्तियां

बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है,
फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....
जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।
और....
जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।
जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।
और….
जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।
जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है
क्योकि वो कोमल होती है.
दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...
क्योकि वो कठोर होते है।
छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार देती है..
किस्मत और पत्नी भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो ज़िन्दगी बदल देती हैं।
प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।
विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।
साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।
किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।
एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है।।