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गिला शिकवा शायरी
Jee Toh Chahta Hai
Jee Toh Chahta Hai Ke Tujhe Dil Mein Chhupa Lu Main,
Magar Na Kabhi Waqt Ne Izajat Di Na Tumne.
जी तो चाहता है कि तुझे दिल में छुपा लूँ मैं,
मगर न कभी वक़्त ने इजाजत दी ना तुमने।
Jab Talluk Hi Nahi
Jab Talluk Hi Nahi To Haal Kya Puchhte Ho,
Main Jaisa Bhi Hun... Bas Tum Sa Nahi Hun.
जब ताल्लुक ही नहीं तो हाल क्या पूछते हो,
मैं जैसा भी हूं... बस तुम सा नहीं हूँ ।
Tumhare Liye Tadap
Zindgi Ke Kisi Mod Par,
Agar Tum Laut Bhi Aaye To Kya Hai,
Wo Lamhaat... Wo Jazbaat...
Wo Andaaz To Na Ab Lautenge Kabhi.
Aur Shayad...
Meri Tumhare Liye Tadap Bhi.
जिंदगी के किसी मोड़ पर
अगर तुम लौट भी आये तो क्या है,
वो लम्हात, वो जज्बात,
वो अंदाज तो ना अब लौटेंगे कभी ।
और...
शायद मेरी तुम्हारे लिए तड़प भी ।
न मोहब्बत संभाली गई
न मोहब्बत संभाली गई,
न नफरतें पाली गईं,
बङा अफसोस है उस जिंदगी का,
जो तेरे पीछे खाली गई l
मेरी खामोशियों में भी
मेरी खामोशियों में भी कोई फसाना ढुंढ लेती है,
बड़ी शातिर है ये दुनिया...
सताने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ लेती है l
याद तुम्हें नहीं आती
शायद कोई तो कर रहा है मेरी कमी पूरी..
तब ही तो मेरी याद तुम्हें अब नहीं आती ।
Yakeen Thahar Jata Hai
Kabhi To Apna Wajood
Hum Par Luta Ke Dekh,
Kyu Do Kadam Chalkar Tera
Yakeen Thahar Jata Hai !
कभी तो अपना वजूद
हम पर लुटा के देख
क्यों दो कदम चलकर तेरा
यकीन ठहर जाता है।
To Talaash Teri
Jeena Muhaal Kar Rakha Hai
Meri Inn Aankhon Ne...
Khuli Ho To Talaash Teri,
Band Hon To Khwaab Tere.
ज़ीना मुहाल कर रखा है,
मेरी इन आँखों ने,
खुली हो तो तलाश तेरी,
बंद हो तो ख्वाब तेरे ।