Sharaab Shayari in Hindi
Chale Hum Maikhaane Mein...
Mohabbat Bikti Hai Yahan Ishq Neelaam Hota Hai,
Bharose Ka Qtal Yahan Par Khule Aam Hota Hai,
Zamane Se Mili Thokar To Chale Hum Maikhaane Mein,
Ab Wahi Zamana Humein Sharabi Naam Deta Hai.
मोहब्बत बिकती है यहाँ इश्क़ नीलाम होता है,
भरोसे का क़त्ल यहाँ पर खुले आम होता है,
ज़माने से मिली ठोकर तो चले हम मैखाने में,
अब वही ज़माना हमें शराबी नाम देता है।
Jitni Tumhare Jaam Mein...
Yoon Na Karo Hum Se Peene-Pilane Ki Baatein,
Wo Bhi Kya Din The Jab Hum Piya Karte The,
Jitni Tumhare Jaam Mein Hoti Hai Sharab,
Utni Hum Paimaane Mein Chhod Diya Karte The.
यूँ न करो हम से पीने-पिलाने की बातें,
वो भी क्या दिन थे जब हम पिया करते थे,
जितनी तुम्हारे जाम में होती है शराब,
उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे।
मैं शराबी न होता...
अगर ग़म मोहब्बत पे हाबी न होता,
खुदा की कसम मैं शराबी न होता।
मौसम भी है शराब भी...
मौसम भी है, उम्र भी, शराब भी है,
पहलू में वो रश्के-माहताब भी है,
दुनिया में अब और चाहिए क्या मुझको,
साक़ी भी है, साज़ भी है, शराब भी है।
पिला दे साक़िया...
मौका मिला है कुछ तो ख़ुलूस दिखा दे साक़िया,
क्या पता... कल तेरी महफ़िल में हम हों कि न हों,
उठा के जाम अपने हाथों से पिला दे साक़िया,
क्या पता... कल तेरी महफ़िल में हम हों कि न हों।