हिंदी शायरी

उनकी बातो का दौर

उनकी बातों का दौर
उनकी आवाज का दीवाना
वो दिन भी क्या दिन थे
जब वो पास थे मेरे
और अजनबी था जमाना।

-Advertisement-

मोहब्बत की झलक

कयामत के रोज फरिश्तों ने पूछा
तुझे आखिरी ख्वाहिश में क्या चाहिए,
मैं मुस्कुराते हुए बोला
मेरी मोहब्बत की मुकम्मल झलक चाहिए।

-Advertisement-

मुझे नाकाम होने दो

अभी सूरज नहीं डूबा ज़रा सी शाम होने दो,
मैं खुद लौट जाऊँगा मुझे नाकाम तो होने दो,
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना,
मैं खुद हो जाऊँगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो।

झूठ बोलने का हुनर

सीख रहा हूँ मै भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर,
कड़वे सच ने हमसे, ना जाने, कितने अज़ीज़ छीन लिए।

-Advertisement-

भरी महफिल में

वो शख्स भरी महफिल में भी मेरी तरह तन्हा है,
उसे ना पीने का शौक है... ना पिलाने का।

-Advertisement-

Aukat Ki Baat

Aukat Ki Baat Mat Kar Pagli,
Hum Jis Gali Mein Pair Rakhte Hain,
Wahan Ki Ladkiyan Aksar Kahti Hain,
Baharon Phool Barsaao Mere Mahboob Aaya Hai.

औकात की बात मत कर पगली...
हम जिस गली में पैर रखते हैं,
वहाँ की लड़कियां अक्सर कहती हैं,
बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है।

जज़्बात समझता हूँ​

जज़्बात समझता हूँ​ Shayari

​मैं अल्फाज़ हूँ तेरी हर बात समझता हूँ​,
मैं एहसास हूँ तेरे जज़्बात समझता हूँ​,
कब पूछा मैंने ​कि ​क्यूँ दूर हो मुझसे​,
मैं दिल रखता हूँ तेरे हालात समझता हूँ​।

-Advertisement-

Rang Intezaar Ka

Kuchh Roj Yeh Bhi Rang Raha Tere Intezaar Ka,
Aankh Uthh Gayi Jidhar Bas Udhar Dekhte Rahe.

कुछ रोज़ यह भी रंग रहा तेरे इंतज़ार का,
आँख उठ गई जिधर बस उधर देखते रहे।