- Home
- Page-37
हिंदी शायरी
Ek Gam Se Bhi
ग़ुलाम हुसैन साजिदढूंढ़ लाया हूँ खुशी की छाँव जिसके वास्ते,
एक गम से भी उसे दो-चार करना है मुझे।
Dhoodh Laaya Hoon Khushi Ki Chhanv Jiske Vaaste,
Ek Gam Se Bhi Do-Char Karna Hai Mujhe.
BeetTe Huye Lamhe
हाथ से बीतते हुए लम्हों को कैसे रोकूँ,
जो मुकद्दर-ए-ज़िन्दगी है उसे कैसे टोकूं,
खुदा न करे कि ऐसा लम्हा आये,
जो सारी ख्वाहिशों को संग ले जाए,
इजाज़त बस खुदा से इतनी चाहिए,
जितनी भी ज़िन्दगी है बस तेरी याद में बीत जाये।
तेरे बिना भी क्या ज़िन्दगी,
चलती तो हवाएं भी हैं,
तेरे बिना क्या ज़िन्दगी,
बदलते तो रुख भी हैं,
फर्क बस इतना सा है,
कि हवाओं और रुख का मोड़ होता है,
मैं तो यूँ भी तेरे बिना बेवजह हूँ।
राह चलते तो हजारों मुसाफिर मिलते हैं,
ज़िन्दगी में तो कई मुसाफिर अपने बनते हैं,
अपनों और गैरों में भी बहुत फर्क होता है,
कुछ पास होके भी दूर हैं,
कुछ दूर होके भी दिल के सबसे करीब हैं।
- सृष्टि श्रीवास्तव
तेरी मोहब्बत के नशे में
कभी मैं भी तेरी मोहब्बत के नशे में था,
मेरी आँख में भी खुमार था, मगर अब नहीं,
कभी ये दिल बाग़-ओ-बहार था, मगर अब नहीं,
तेरा ज़िक्र वजह-ए-करार था, मगर अब नहीं।
Kabhi Main Bhi Teri Mohabbat Ke Nashe Mein Tha,
Meri Aankh Mein Bhi Khumaar Tha, Magar Ab Nahin,
Kabhi Ye Dil Baag-O-Bahaar Tha, Magar Ab Nahin,
Tera Zikr Wajah-e-Karaar Tha, Magar Ab Nahin.
दिल उसको चाहता है
मोहब्बत की ये इप्तिदा चाहता है,
मेरा इश्क तुझसे वफ़ा चाहता है,
ये आँखों के दरिया नशीले-नशीले,
इन आँखों में दिल डूबना चाहता है।
Mohabbat Ki Ye Iptida Chahta Hai,
Mera Ishq Tujhse Wafa Chahta Hai,
Ye Aankhon Ke Dariya Nasheele-Nasheele,
Inn Aankhon Mein Dil Doobna Chahta Hai.
उसे रूठ जाने की आदत पड़ी है,
मनाता हूँ फिर रूठना चाहता है,
उसे चीर कर मैं दिखाऊं तो कैसे,
ये दिल उसको बेइंतेहा चाहता है।
Usey Roothh Jaane Ki Aadat Padi Hai,
Manaata Hoon Fir Roothhna Chahta Hai,
Usye Cheer Kar Main Dikhaaun To Kaise,
Ye Dil Usko Be-Intehaan Chahta Hai.
Shayari Mein Jeet Pana
Aasaan Nahi Hai Humse Yoon Shayari Mein Jeet Pana..!!
Hum Har Ek Lafz Mohabbat Mein Haar Kar Likhte Hain.
आसान नहीं है हमसे यूँ शायरी में जीत पाना..!!
हम हर एक लफ्ज़ मोहब्बत में हार कर लिखते हैं।
- सज्जाद अली
Na Neend Aati Hai Na Khwaab
Neend Aati Hai To Ek Khwaab Aata Hai,
Khwaab Mein Ek Ladki Aati Hai,
Aur Peechhe Uska Baap Aata Hai,
Phir Kya...
Phir Na Neend Aati Hai Na Khwaab Aata Hai.
नींद आती है तो एक ख्वाब आता है,
ख्वाब में इक लड़की आती है,
और पीछे उसका बाप आता है,
फिर क्या...
फिर न नींद आती है न ख्वाब आता है।
Koi BeHad Yaad Aata Hai
Kitna Bhi Khush Rehne Ki Koshish Kar Lo,
Jab Koi BeHad Yaad Aata Hai
To Sach Mein Bahut Rulata Hai.
कितना भी खुश रहने की कोशिश कर लो,
जब कोई बेहद याद आता है
तो सच में बहुत रुलाता है।
Dosti Naam Hai Uska
Dosti Naam Hai Sukh-Dukh Ki Kahani Ka,
Dosti Naam Hai Sada Hi Muskurane Ka,
Ye Koi Pal Bhar Ki Jaan-Pehchan Nahi Hai,
Dosti Naam Hai Sadaa Saath Nibhane Ka.
दोस्ती नाम है सुख-दुख की कहानी का,
दोस्ती नाम है सदा मुस्कुराने का,
ये कोई पल भर की जान-पहचान नहीं,
दोस्ती नाम है सदा साथ निभाने का।