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Aap Muskuraate Raho

Deep Jalte Rahein Jagmagaate Rahein,
Hum Tumhein Tum Humein Yaad Aate Raho,
Jab Tak Hai Zindagi Dua Hai Meri,
Aap Phool Ki Tarah Muskuraate Raho.

दीप जलते रहें जगमगाते रहें,
हम तुम्हें तुम हमें याद आते रहो,
जब तक है जिंदगी दुआ है मेरी,
आप फूल की तरह मुस्कुराते रहो।

Aap Muskuraate Raho शायरी

Aankhon Mein Mohabbat Ki Chamak

मेरी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है,
फिर भी मेरे प्यार पर उसको शक आज भी है,
नाव में बैठ कर धोये थे उसने हाथ कभी,
पानी में उसकी मेहँदी की महक आज भी है।

Meri Aankhon Mein Mohabbat Ki Chamak Aaj Bhi Hai,
Fir Bhi Mere Pyar Par Usko Shak Aaj Bhi Hai,
Naav Mein Baith Kar Dhoye The Usne Haath Kabi,
Paani Mein Uski Mehandi Ki Mahek Aaj Bhi Hai.

Aankhon Mein Mohabbat Ki Chamak शायरी

Surkh Gulab Si Tum

सुर्ख गुलाब सी तुम हो,
जिन्दगी के बहाव सी तुम हो,
हर कोई पढ़ने को बेकरार,
पढ़ने वाली किताब सी तुम हो।

तुम्हीं हो फगवां की सर्द हवा,
मौसम की पहली बरसात सी तुम हो,
समन्दर से भी गहरी,
आशिकों के ख्वाब सी तुम हो।

रहनुमा हो जमाने की,
जीने के अन्दाज सी तुम हो,
नजर हैं कातिलाना,
बोतलों में बन्द शराब सी तुम हो।

गुनगुनी धुप हो शीत की,
तपती घूप मैं छाँव सी तुम हो,
आरती का दीप हो,
भक्ति के आर्शीवाद सी तुम हों।

ता उम्र लिखता रहे कुमार
हर सवाल के जवाब सी तुम हो।

~राजेंद्र कुमार

Surkh Gulab Si Tum शायरी

तिश्नग़ी हर लफ़्ज़ में

कुछ रिश्तों को कभी भी नाम न देना तुम,
इन्हें चलने दो ऐसे ही इल्जाम न देना तुम,
ऐसे ही रहने दो तुम तिश्नग़ी हर लफ़्ज़ में,
कि अल्फ़ाज़ों को मेरे अंज़ाम न देना तुम।

Kuchh Rishton Ko Kabhi Naam Na Dena Tum,
Inhein Chalne Do Aise Hi Ilzaam Na Dena Tum,
Aise Hi Rehne Do Tum Tishngi Har Lafz Mein,
Ki Alfaazon Ko Mere Anzaam Na Dena Tum.

Hum Bhi Kabhi Insaan The

एक दिन निकला सैर को मेरे दिल में कुछ अरमान थे,
एक तरफ थी झाड़ियाँ... एक तरफ श्मशान थे,
पैर तले इक हड्डी आई उसके भी यही बयान थे,
चलने वाले संभल कर चलना हम भी कभी इंसान थे।

Ek Din Nikla Sair Ko Mere Dil Mein Kuchh Aramaan The,
Ek Taraf Thi Jhaadiyaan... Ek Taraf Shamshaan The,
Pair Tale Ik Haddi Aai Uske Bhi Yehi Bayaan The,
Chalne Wale Sambhal Kar Chalna Hum Bhi Kabhi Insaan The.