Search Results for : निक

Humaara Pyara Hindustaan

बच्चे-बचे के दिल में कोई अरमान निकलेगा
किसी के रहीम तो किसी के राम निकलेगा,
मगर उनके दिल को झाँक के देखा जाए,
तो उसमें हमारा प्यारा हिंदुस्तान निकलेगा।

Bachche-Bacheche Ke Dil Mein Koi Aramaan Niklega
Kisi Ke Raheem To Kisi Ke Raam Niklega,
Magar Unke Dil Ko Jhaank Ke Dekha Jaye,
To Usmein Humaara Pyara Hindustaan Niklega.

Humaara Pyara Hindustaan शायरी

Chaand Chhup Jaayega

यूँ न निकला करो आज कल रात को,
चाँद छुप जायेगा देख कर आप को।

Yoon Na Nikla Karo Aaj Kal Raat Ko,
Chaand Chhup Jaayega Dekh Kar Aap Ko.

Chaand Chhup Jaayega शायरी

तुझ पर ही इल्ज़ाम था

मैं भी अंजान था दिल भी अंजान था,
सीने में ख्वाहिशों का एक तूफ़ान था,
हमने समझा जिसे अपने घर का रकीब,
वो तो आया-गया एक मेहमान था।

Main Bhi Anjaan Tha Dil Bhi Anjaan Tha,
Seene Mein Khwahishon Ka Ek Toofan Tha,
Humne Samjha Jise Apne Ghar Ka Raqeeb,
Wo To Aaya-Gaya Ek Mehmaan Tha.

कुछ तेरा काम था कुछ मेरा काम था,
तेरी गलियों में आशिक मैं बदनाम था,
इतनी शिद्दत से चाहा था तुझको सनम,
जान निकली तो तुझ पर ही इल्ज़ाम था।

Kuchh Tera Kaam Tha Kuchh Mera Kaam Tha,
Teri Galiyon Mein Aashiq Main Badnaam Tha,
Itni Shiddat Se Chaha Tha Tujhko Sanam,
Jaan Nikli To Tujh Par Hi ilzaam Tha.

 

Rang Bikhre Mohabbat Ke

रंग बिखरे थे कितने मोहब्बत के थे वो,
इक वो ही था जो कितना बेरंग निकला।

मैं ही वो शबनम थी जिसने चमन को सींचा,
मुझे ही छोड़ कर वो बारिश में भीगने निकला।

मेरा वजूद है तो रोशन है तेरे घर के दिये,
मैंने देखा था तू कितना बेरहम निकला।

न जाने कहाँ हर्फे वफ़ा गम होके रह गई,
सरे राह मेरी मोहब्बत का जनाज़ा निकला।

दिल है खामोश उदासी फिजा में छाई है,
मुद्दतें बीती बहारों का काफिला निकला।

टूटे हुए ख्वाब और सिसकती सदाओं ने कहा,
करने बर्बाद मुझे मेरे घर का रहनुमा निकला।

~अंजुम सिराज

Bas Ishq Kar

ना रूठना ना मनाना, ना गिला ना शिकवा कर,
गर करना है तो बस इश्क़ कर, बे-इन्तहा कर।

कुछ बूंदें तो गिरा प्यार की दिल जमीन पर,
बड़ी आग लगी है दिल में सब कुछ लुटाकर।

एहसान एक कर, मिला कर नजरों से नजर,
कभी हकीकत में भी आ ख्वाबों से निकलकर।

गर करना है तो इश्क़ कर...और बे-इन्तहा कर।

(प्रशान्त तिवाड़ी)