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दर्द शायरी
ख्वाहिश तो ना थी
ख्वाहिश तो ना थी किसी से दिल लगाने की,
मगर जब किस्मत में ही दर्द लिखा था...
तो मोहब्बत कैसे ना होती।
इलाजे दर्दे दिल
इलाजे-दर्दे-दिल तुमसे मसीहा हो नहीं सकता,
तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता।
Dil Mein Panah
Ek Hasrat Thi Ke Unke Dil Mein Panah Milegi,
Kya Pata Tha Unse Mohabbat Ki Sazaa Milegi,
Na Apno Ne Samjha Na Gairon Ne Jaana,
Kya Pata Tha Meri Taqdeer Hi Mujhe Bewafa Milegi.
एक हसरत थी कि उनके दिल में पनाह मिलेगी,
क्या पता था उनसे मोहब्बत की सज़ा मिलेगी,
न अपनों ने समझा न गैरों ने जाना,
क्या पता था मेरी तक़दीर ही मुझे बेवफा मिलेगी।
ज़िस्म से मेरे तड़पता
ज़िस्म से मेरे तड़पता दिल कोई तो खींच लो,
मैं बगैर इसके भी जी लूँगा मुझे अब ये यकीन है।
जो नजर से गुजर
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
तू तब तक रूला
तू तब तक रूला सकती है हमें,
जब तक हम दिल मे बसाये हैं तुझे.
Mile Jeene Ki Wajah
Jee Na Paya Mar Na Paaya
Tere Ishq Ne Pagal Banaya
Saanse Dhoondhti Hain Tera Pata Mil Jaye
Mile Jeene Ki Wajah Nishaniya Teri
Dhoondhta Hoon Yaadon Mein Meri
Yaad Hai Har Wo Pal Jab Dekha Tujhe
Unhein Phir Se Jeene Ko Hi Zinda Hoon.
जी न पाया मर न पाया,
तेरे इश्क़ ने पागल बनाया,
साँसें ढूंढ़ती हैं तेरा पता मिल जाये,
मिलें जीने की वजह निशानियां तेरी,
ढूंढ़ता हूँ यादों में मेरी
याद है हर वो पल जब देखा तुझे,
उन्हें फिर से जीने को ही ज़िंदा हूँ।
झूठ बोलने का हुनर
सीख रहा हूँ मै भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर,
कड़वे सच ने हमसे, ना जाने, कितने अज़ीज़ छीन लिए।