Love Shayari

तेरी खातिर तुझे मनाएंगे

इश्क किया है तो निभाएंगे भी,
हक है हमारा तो जताएंगे भी,
लाख कोशिशें कर ले छुपाने की,
मोहब्बत हम हजारों में बताएँगे भी,
और नाराजगी चाहे कितनी भी हो
तेरी खातिर तुझे मनाएंगे भी।

Ishq Kiya Hai To Nibhayenge Bhi,
Haq Hai Humara To Jatayenge Bhi,
Laakh Koshishein Kar Le Chhupaane Ki,
Mohabbat Hum Hajaaron Mein Batayenge Bhi,
Aur Narajagi Chaahe Kitni Bhi Ho,
Teri Khaatir Tujhe Manayenge Bhi.

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शायरी प्यार में ग़मज़दा

प्यार में ग़मज़दा न हो जाना,
देख लेना, सजा न हो जाना,
मुश्किलें तो बेशुमार आएँगी,
थक न जाना, जुदा न हो जाना,
एक तुम्हीं को खुदा से मांगे हैं,
तुम ही कहीं बेवफा न हो जाना।

Pyar Mein Ghamzada Na Ho Jaana,
Dekh Lena, Saza Na Ho Jaana,
Mushkilein To Beshumar Aayengi,
Thak Na Jaana, Juda Na Ho Jaana,
Ek Tumhien Ko Khuda Se Maange Hain,
Tum Hi Kahin Bewafa Na Ho Jaana.

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मोहब्बत मुंतज़िर होगी

मुझे मालूम है तुम मुझको भूल जाओगे लेकिन,
पलट कर जब भी आओगे मोहब्बत मुंतज़िर होगी।

Mujhe Maloom Hai Tum Mujhko Bhool Jaaoge Lekin,
Palat Kar Jab Bhi Aaoge Mohabbat Muntzir Hogi.

हज़ारों ऐब हैं मुझ में मुझे मालूम है लेकिन,
कोई एक शख्स है ऐसा जो मुझे अनमोल कहता है।

Hajaaron Aib Hain Mujh Mein Mujhe Maloom Hai Lekin,
Koi Ek Shakhs Hai Aisa Jo Mujhe Anmol Kehta Hai.

दहलीज पर आ रुकी है मोहब्बत कि क्या करें,
है वफ़ा का शौक भी और बेवफाई का ख़ौफ़ भी।

Dehleez Par Aa Ruki Hai Mohabbat Ki Kya Karein,
Hai Wafa Ka Shauk Bhi Aur Bewafai Ka Khauf Bhi.

लबों से कुछ कहते हो, आँखों से कुछ और,
कभी दिल से कुछ कहो, तो हम अपनी बात करे।

Labon Se Kuchh Kehte Ho, Aankhon Se Kuchh Aur,
Kabhi Dil Se Kuchh Kaho, To Hum Apni Baat Kare.

सदा दे करके तो देखो

दिल से कभी मुझको सदा दे करके तो देखो,
यह रस्म-ए-मोहब्बत अदा करके तो देखो,
रह जायेगी तुम्हारी हर एक बात अधूरी,
तुम खुद को कभी मुझसे जुदा करके तो देखो।

Dil Se Kabhi Mujhko Sada Dekar Ke To Dekho,
Yeh Rasm-e-Mohabbat Ada Ker Ke To Dekho,
Reh Jayegi Tumhari Her Ek Baat Adhoori,
Tum Khud Ko Kabhi Mujhse Juda Ker Ke To Dekho.

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निगाहें जब मिली उनसे

निगाहें जब मिली उनसे Shayari

निगाहें जब मिली उनसे तभी दिल हार बैठा हूँ,
मैं उसपे वारने सब कुछ लिये तैयार बैठा हूँ,
अगर इक बार कह दे वो कि आ जाओ मेरे दिल में,
मैं दुनियाभर की रस्मों को भुलाने को भी बैठा हूँ।

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महसूस की है तेरी जरूरत

ऐ दोस्त हमने तर्क-ए-मोहब्बत के बावजूद,
महसूस की है तेरी जरूरत कभी-कभी।

Ai Dost Humne Tarq-e-Mohabbat Ke BaWazood,
Mehsoos Ki Hai Teri Jaroorat Kabhi-Kabhi.

याद आई वो पहली बारिश,
जब तुझे एक नजर देखा था

Yaad Aayi Wo Pehli Barish,
Jab Tujhe Ek Najar Dekha Tha.

आज देखा है तुझ को देर के बाद,
आज का दिन गुज़र जाए कहीं।

Aaj Dekha Hai Tujh Ko Der Ke Baad,
Aaj Ka Din Gujar Na Jaaye Kahin.

हाल-ए-दिल हम भी सुनाते लेकिन,
जब वो रुखसत हुआ तो याद आया।

Haal-e-Dil Hum Bhi Sunaate Lekin,
Jab Wo Rukhsat Hua To Yaad Aaya.

कब वो ज़ाहिर होगा

कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान कर देगा मुझे,
जितनी भी मुश्किल में हूँ आसान कर देगा मुझे,
रूबरू करके कभी अपने महकते सुर्ख होंठ,
एक दो पल के लिए गुलदान कर देगा मुझे।

Kab Wo Zahir Hoga Aur Hairan Kar Dega Mujhe,
Jitni Bhi Mushkil Mein Hoonn Aasaan Kar Dega Mujhe,
Rubroo Karke Kabhi Apne Mahekte Surkh Honthh,
Ek Do Pal Ke Liye Guldaan Kar Dega Mujhe.

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शायरी मोहब्बत नाप लेते हैं

शायरी मोहब्बत नाप लेते हैं Shayari

चले आओ कभी टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े से,
वो बचपन की तरह फिर से मोहब्बत नाप लेते हैं।

Chale Aao Kabhi Tooti Hui Choori Ke Tukde Se,
Wo Bachpan Ki Tarah Fir Se Mohabbat Naap Lete Hain.