हिंदी शायरी
Bewafai Karke Niklun...
Bewafai Karke Niklun To Wafa Kar Jaunga,
Shahar Ko Har Zayke Se Aashna Kar Jaunga,
Tu Bhi Dhoondega Mujhe Shauq-e-Saza Mein Ek Din,
Main Bhi Koi Khoobsurat Si Khata Kar Jaunga.
बेवफाई करके निकलूँ तो वफ़ा कर जाऊंगा,
शहर को हर ज़ायके से आशना कर जाऊंगा,
तो भी ढूढ़ेगा मुझे शौक-ए-सजा में इक दिन,
मैं भी कोई खूबसूरत सी खता कर जाऊंगा।
Wo Lamhe Zeher Se...
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
इमारत दिल की ढह गई, आपके हुस्न के कहर से,
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
वो लम्हे याद करता हूँ तो लगते हैं अब जहर से।
~ किशन कुमार झा
Gehre Raaz Mere...
दुनिया को लगते हैं बुरे अंदाज मेरे,
लोग कहाँ जानते हैं गहरे राज़ मेरे।
सब जानते हुए भी, क्या कमाल पूछते हो,
मुझे क़त्ल करके मेरा हाल पूछते हो।
कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?
जो कल तक साथ थे मेरे अपने कहाँ मिलेंगे?
ये जो हर शायर का हाल है,
मोहब्बत की ही तो मिसाल है।
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
बस यूं लोग एक-दूसरे से दूर हो जाते हैं।
~ किशन कुमार झा
Kami Meri Wafa Mein...
Meri Yaadon Se Agar Bach Niklo,
To Yeh Vaada Hai Mera Tumse,
Main Khud Duniya Se Keh Doonga,
Kami Meri Wafa Mein Thi.
मेरी यादों से अगर बच निकलो,
तो ये वादा है मेरा तुमसे,
मैं खुद दुनिया से कह दूंगा,
कमी मेरी वफ़ा में थी।
Main Tujhko Bhool Jane Ke
Musalsal Marhale Mein Hun,
Magar Raftaar Maddham Hai
Mujhe Mehsoos Hota Hai.
मैं तुझको भूल जाने के
मुसलसल मरहले में हूँ,
मगर रफ्तार मद्धम है,
मुझे महसूस होता है।
Pukara Tujhko Tanhai Mein...
आज तेरी याद को सीने से लगा के रोये,
खयालो में तुझे पास बुलाके रोये,
हज़ार बार पुकारा तुझको तन्हाई में,
हर बार तुझे पास न पाकर रोये।
Aaj Teri Yaaad Ko Seene Se Laga Ke Roye,
Khayalo Me Tujhe Pas Bulake Roye,
Haazar Baar Pukara Tujhko Tanhai Me,
Har Bar Tujhe Paas Na Pakar Roye.