दो लाइन शायरी

दो लाइन शायरी (Two Line Shayari) सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली शायरी में से हैं। कम शब्दों में बहुत मार्मिक भावनाएं व्यक्त कर देना दो लाइन शायरी (2 Line Shayari) की खासियत होती है। हम अपने पाठकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए छोटी दो लाइन की हिंदी शायरी (Short Two Line Hindi Shayari) का एक बेहतरीन संग्रह पेश कर रहे हैं। आशा करते हैं ये आपको अवश्य पसंद आएगा।

चिरागों की अहमियत

जरूरत हो तभी जलाओ अपने आप को,
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती।

जो कुछ भी हूँ पर यार गुनहगार नहीं हूँ,
दहलीज हूँ... दरवाजा हूँ... दीवार नहीं हूँ।

आज तलाशने पे भी नहीं मिलते,
कल तलक़ कुछ लोग जो बेहद क़रीब थे।

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लहजा बदल गया मेरा

लहजा बदल गया मेरा Shayari

बहुत खफा थे कि लहजा बदल गया मेरा,
उन्हीं के लहजे में उनसे जब बात की मैंने।

Bahut Khafa The Ke Lehja Badal Gaya Mera,
Unhi Ke Lehje Mein Unse Jab Baat Ki Maine.

एक दस्तक पे वो दरवाज़ा नहीं खोलेगा,
उसे मालूम जो है कि मैंने खड़े रहना है।

Ek Dastak Pe Wo, Darwaaza Nahin Kholega,
Usey Maloom Jo Hai, Main Ne Khade Rehna Hai.

अरमान तमाम उम्र के सीने में दफन हैं,
हम चलते फिरते लोग मजारों से कम नहीं।

Armaan Tamaam Umr Ke Seene Mein Dafan Hain,
Hum Chalte Firte Log Mazaaron Se Kam Nahi.

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गहरे राज़ मेरे

दुनिया को लगते हैं बुरे अंदाज मेरे,
लोग कहाँ जानते हैं गहरे राज़ मेरे।

सब जानते हुए भी, क्या कमाल पूछते हो,
मुझे क़त्ल करके मेरा हाल पूछते हो।

कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?
जो कल तक साथ थे मेरे अपने कहाँ मिलेंगे?

ये जो हर शायर का हाल है,
मोहब्बत की ही तो मिसाल है।

कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
बस यूं लोग एक-दूसरे से दूर हो जाते हैं।
~ किशन कुमार झा

नाकामियों का इल्जाम

नाकामियों का इल्जाम Shayari

वो वक़्त भी अन्जान था
खुद के अंजाम से,
लोगों की नाकामियों का
इल्जाम लिए गुजर गया।

Wo Waqt Bhi Anjaan Tha
Khud Ke Anzaam Se,
Logon Ki Nakaamiyon Ka
Ilzaam Liye Gujar Gaya.

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Sauda Karte Hain Log

सौदा करते हैं लोग यहाँ एहसासों के बदले,
तुम वफ़ा की तलाश में बिक नहीं जाना।

बेचैन दिल को सुकूं की तलाश में दर-ब-दर तो न कर,
ज़ालिम दुनिया समंदर है किनारा मुमकिन नहीं।
~ सबीना खान

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Ajeeb Shakhs Hai

अजीब शख्स है​ नारा​ज ​हो के हँसता है,
मैं चाहता हूँ खफा हो, तो खफा ही लगे।
Ajeeb Shakhs Hai Naraaj Ho Ke Hansta Hai,
Main Chahta Hoon Khafa Ho, To Khafa Hi Lage.

उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में,
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते।
Udne Do Parindon Ko Abhi Shokh Hawa Mein,
Fir Laut Ke Bachpan Ke Zamane Nahi Aate.

Dil Mein Woh Bheed Hai

दिल में वो भीड़ है कि जरा भी नहीं जगह,
आप आइए मगर कोई अरमाँ निकाल के।

Dil Mein Woh Bheed Hai Ke Jara Bhi Nahi Jagah,
Aap Aaiye Magar Koi Armaan Nikaal Ke.

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Kuchh Sawalon Ka Jawab

वो किताबें भी जवाब माँगती हैं जिन्हें हम,
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।

Wo Kitaabein Bhi Jawab Mangti Hain Jinhein Hum,
Khareed Laye The Kuchh Sawalon Ka Jawab Dhoodne.