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सैड शायरी
अपने प्रेमी को अपने उदास दिल की स्थिति बताने के लिए दुख भरी शायरी (Sad Shayari in Hindi) से अच्छा माध्यम कोई नहीं है। प्यार में दिल टूट जाने पर एक सैड शायरी (Sad Shayari) के द्वारा आप अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं। इस पेज पर मैं आपके साथ सर्वश्रेष्ठ सैड शायरी (Best Emotional Sad Shayari) का एक बड़ा संग्रह साझा करने जा रहा हूँ। मेरा दावा है ये आपको अवश्य पसंद आएगा।
इस संग्रह में हर तरह की सैड शायरी हिंदी और अंग्रेजी (Sad Shayari in Hindi & English) भाषाओं में उपलब्ध है। अपनी हृदय की स्थिति के अनुसार शायरी चुनकर आप अपने प्रेमी और दोस्तों को भेज सकते हैं। व्हाट्सएप्प, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर साझा करने के लिए सैड स्टेटस (Sad Status Image) चित्र के साथ भी यहाँ उपलब्ध हैं।
वो दो दिन उदास भी न रहे
अगले जन्म में मिलने की कोई आस भी न रहे,
जो सूख जाये दरिया तो फिर प्यास भी न रहे,
जो कह रहे थे कि जीना मुहाल है तुम बिन,
बिछड़ के मुझ से वो दो दिन उदास भी न रहे।
मेराज फ़ैज़ाबादीAgle Janm Mein Milne Ki Koi Aas Bhi Na Rahe,
Jo Sookh Jaaye Dariya To Phir Pyaas Bhi Na Rahe,
Jo Keh Rahe The Ki Jeena Muhaal Hai Tum Bin,
Bichhad Ke Mujh Se Wo Do Din Udaas Bhi Na Rahe.
वो लम्हे जहर से
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
इमारत दिल की ढह गई, आपके हुस्न के कहर से,
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
वो लम्हे याद करता हूँ तो लगते हैं अब जहर से।
~ किशन कुमार झा
कमी मेरी वफ़ा में थी
मेरी यादों से अगर बच निकलो,
तो ये वादा है मेरा तुमसे,
मैं खुद दुनिया से कह दूंगा,
कमी मेरी वफ़ा में थी।
Meri Yaadon Se Agar Bach Niklo,
To Yeh Vaada Hai Mera Tumse,
Main Khud Duniya Se Keh Doonga,
Kami Meri Wafa Mein Thi.
मैं तुझको भूल जाने के
मुसलसल मरहले में हूँ,
मगर रफ्तार मद्धम है,
मुझे महसूस होता है।
Main Tujhko Bhool Jane Ke
Musalsal Marhale Mein Hun,
Magar Raftaar Maddham Hai
Mujhe Mehsoos Hota Hai.
अपनी जान से भी गया
ज़मीन पे चल न सका, आसमान से भी गया,
कटा के पर वो परिंदा, उड़ान से भी गया।
तबाह कर गई उसको पक्के मकान की ख्वाहिश,
वो अपने गाँव के कच्चे मकान से भी गया।
पराई आग में कूद कर तो क्या मिला उसे,
उसे बचा न सका और अपनी जान से भी गया।
मगर प्यार रहने दो | Sad Shayari
कि तुम रुठ गए तो दिक्कत हो जाएगी,
अगर मैंने मनाया तो मोहब्बत हो जायेगी,
कुछ फासले यूँ ही बरक़रार रहने दो,
तुम जो मर्जी कर लो मगर प्यार रहने दो।
शाख से हर बार टूटे
शाख से हर बार टूटे मगर
उसूलों से जिंदगी जी है,
कांटे ही चुभे हर दफ़ा
जब भी गुलों की आरज़ू की हैं,
अफ़सोस है मुझे अब भी
उसी अब्र का,
जो छाया तो घटाओं सा
पर बरसा अभी तक नहीं है।
ज़माने की ये गर्दिशें
ज़माने की ये गर्दिशें परेशां करती हैं,
कोई ले चले जहाँ नफस का फ़साना न हो।
Zamane Ki Yeh Gardishein Pareshaan Karti Hain,
Koi Le Chale Jahan Nafas Ka Fasaana Na Ho.
वो अजब शख्स था
वो अजब शख्स था ऐ ज़िन्दगी
जिसे मैं न समझ सका,
मुझे चाहता भी गज़ब का था
मुझे छोड़ कर भी चला गया।
Wo Ajab Shakhs Tha Ai Zindagi,
Jise Main Na Samajh Saka,
Mujhe Chahta Bhi Gazab Ka Tha,
Mujhe Chhod Kar Bhi Chala Gaya.