हिंदी शायरी

Raaste Badal Daale

जो मिला मुसाफ़िर वो रास्ते बदल डाले,
दो कदम पे थी मंज़िल फ़ासले बदल डाले।

आसमाँ को छूने की कूवतें जो रखता था,
आज है वो बिखरा सा हौंसले बदल डाले।

शान से मैं चलता था कोई शाह कि तरह,
आ गया हूँ दर दर पे क़ाफ़िले बदल डाले।

फूल बनके वो हमको दे गया चुभन इतनी,
काँटों से है दोस्ती अब आसरे बदल डाले।

इश्क़ ही खुदा है सुन के थी आरज़ू आई,
खूब तुम खुदा निकले वाक़िये बदल डाले।

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मेरी वफ़ा के सामने

मेरी वफ़ा के सामने Shayari

Best Two Line Love Shayari in Hindi

मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
मगर उसका बस नहीं चलता मेरी वफ़ा के सामने।

Mujhe Chhodne Ka Faisla To Wo Har Roj Karta Hai,
Magar Uska Bas Nahin Chalta Meri Wafa Ke Saamne.

काश मोहब्बत के भी इंतखाबात होते,
गजब की धांधली करते तुमको पाने के लिए।

Kaash Mohabbat Ke Bhi Intakhabat Hote,
Ghazab Ki Dhandhli Karte Tumko Paane Ke Liye.

लबों से टूट गए गुफ्तगू के सब रिश्ते,
वो देखता है तो बस देखता ही रहता है।

Labon Se Toot Gaye Guftagoo Ke Sab Rishte,
Wo Dekhta Hai Toh Bas Dekhta Hi Rehta Hai.

तेरी इस बेरुखी पे ही मर मिटे है हम,
अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।

Teri Iss BeRukhi Pe Hi Mar Mite Hai Hum,
Agar Mohabbat Se Pesh Aate To Na Jane Kya Hota.

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ज़माने की ये गर्दिशें

ज़माने की ये गर्दिशें Shayari

ज़माने की ये गर्दिशें परेशां करती हैं,
कोई ले चले जहाँ नफस का फ़साना न हो।

Zamane Ki Yeh Gardishein Pareshaan Karti Hain,
Koi Le Chale Jahan Nafas Ka Fasaana Na Ho.

Laaun Kahan Se

महकता वो चमन लाऊँ कहाँ से,
जुदा जिसका तसव्वुर हो ख़िज़ाँ से।

कभी पूछा है तुमने कहकशाँ से,
हुए गुम क्यों सितारे आसमाँ से।

न जाने क्या मिलाया था नज़र में,
क़दम हिल भी नहीं पाए वहाँ से।

सँभलने के लिए कुछ वक़्त तो दो,
अभी उतरा ही है वो आसमाँ से।

किसी सूरत बहार आए गुलों पर,
उड़ी है इनकी रंगत ही ख़िज़ाँ से।

हटा दे तीरगी जो मेरे दिल की,
मैं ऐसी रोशनी लाऊँ कहाँ से।

अज़ाब-ए-जीस्त रुसवाई ख़मोशी,
मिले 'निर्मल' को तुहफ़े महरबां से।

~रचना निर्मल

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Itna Ulajh Gaya Hoon

ज़िन्दगी के सफर में इतना उलझ गया हूँ,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।

जहाँ तक रास्माता मालूम था हमसफर चलते गए,
रास्तों की उलझन में था हमसफर भी छोड़ गए।

मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
भटका हूँ तो क्या हुआ संभालना भी खुद को होगा।

ज़िन्दगी के सफर में इतना उलझ गया हूँ,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।

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Agar Jeetna Jo Ho

अगर जीतना जो हो तो
कभी हार जाना चाहिए
जंग का रिवाज़ क्यों न
अब बदल जाना चाहिए।

फूलों का इतना भी इंतजार
न करो कभी
राह पे काँटे हो, तो भी
मुस्कुरा के गुजर जाना चाहिए।

हर मंजर, हर दौर, हर हालात
खूबसूरत होंगे, बेमिसाल होंगे
खुद पे भरोसा भी
कुछ इस तरह होना चाहिए।

कहीं कच्चा धागा
कहीं सोने की जंजीर
जिसका हल्का रंग है
उसे अब तो उतर जाना चाहिए।

~विकास

Gham Hai Na Ab Khushi Hai

Gham Hai Na Ab Khushi Hai, Na Umeed Hai Na Aas,
Sab Se Nijaat Paaye Zamane Gujar Gaye.

गम है न अब खुशी है, न उम्मीद है न आस,
सब से नजात पाए ज़माने गुजर गए!
~ खुमार बाराबंकवी

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Chalte Rahe Akele

हम रहे ख़ामोशी से उनके साथ और,
वो महफ़िल में तन्हा-तन्हा चिल्ला रहे थे।

उनकी हर बात का इल्म था हमें और,
वो हमीं से सब छुपा रहे थे।

ऐतराज़ था उन्हें हमारी सारी बातों से,
फ़िर भी हम साथ निभा रहे थे।

चलते रहे अकेले इन राहो में हम और,
वो खुद को हमसफ़र बता रहे थे।